नर्मदापुरम - किसान समाज की मुश्किलों का अंत नहीं है उसमें एक कठिनाई विगत विगत वर्षों से समर्थन मूल्य खरीदी में आ रही है एक और तो सरकार प्रयास कर रही है की खरीदी में पारदर्शिता लाई जाए परंतु प्रशासनिक स्तर पर बैठे अधिकारी कर्मचारी सरकार की मंशा को फलीभूत नहीं होने दे रहे हैं उसका एक उदाहरण है समर्थन मूल्य खरीदी में विगत वर्षों से स्लाट बुकिंग किसानों द्वारा की जाती है जिससे किसान आसानी से अपनी इच्छा अनुसार केंद्र चुनकर अपनी उपज को बेच सकते हैं परंतु विगत बीते वर्ष से इस सुविधा में भी कुछ भ्रष्टाचारियों ने सेंध लगा दी है यदि कोई किसान स्लाट बुक करना चाहता है और उसकी इच्छा है कि मैं अपनी उपज उक्त वेयरहाउस पर उक्त दिनांक को बेचना चाहता हूं तो वह संबंधित एमपी ऑनलाइन कंप्यूटर सेंटर पर जाता है तो वहां पर उक्त वेयरहाउस फुल बताया जाता है उसकी क्षमता 00 बताई जाती है जब उसे कोई सूत्र से पता चलता है कि दूसरे किसी केंद्र पर जाकर आप बुकिंग करवा ले स्लाट बुक कर दें तो आप क्या स्लाट बुक हो जाएगी परंतु उसमें कुछ अधिक राशि आपको देना पड़ेगा संबंधित किसान जब बताए हुए केंद्र पर जाता है तो जो उसकी इच्छा है उस वेयरहाउस में उसी दिनांक को उसकी स्लाट बुक हो जाती है उसके उसे 500 से ₹1000 देने पड़ते हैं इसमें प्रश्न यह उठता है कि जब किसान जहां-जहां गया वहां पर उन सेंटरों पर उसे उक्त वेयरहाउस फुल बताया गया तो ऐसी कौन सी व्यवस्था है कि उसी केंद्र में इस वेयरहाउस में उसका स्लाट बुक हो जाता है यह भी एक भ्रष्टाचार का तरीका है कृपया इसकी जांच होना चाहिए भारतीय किसान संघ ने प्र देश स्तर पर इस कार्यक्रम में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है संगठन का कहना है कि इस भ्रष्टाचार की शुरुआत भोपाल से ही होती है और इस भ्रष्टाचार में अर्जित रकम की बंदर बाट नीचे से लेकर ऊपर तक हो रही है संभागीय प्रचार प्रसार प्रमुख नर्मदा पुरम उदय कुमार पांडे ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन भैया यादव को किसान हित में निर्णय लेकर शीघ्र इस भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए निर्देश जारी करना चाहिए इसके साथ ही बुकिंग में हो रहा है भ्रष्टाचार की विस्तृत जांच के आदेश देते हुए इसमें शामिल तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करना चाहिए उदय कुमार पांडे प्रचार प्रसार प्रमुख भारतीय किसान संघ नर्मदा पुरम।
शिवमोहन सिंह प्रधान संपादक पंच सरपंच समाचार भोपाल मध्य प्रदेश