प्रशासन की सक्ती हो तो रिनोवेशन का काम ऐसे होता है


 भोपाल - राजधानी भोपाल में भी सीवरेज परियोजना का काम चल रहा है रोड को खोदने के बाद रिनोवेशन का काम कितनी साफ सफाई के साथ किया जाता है यह उसका उदाहरण है और यह स्थानीय प्रशासन की प्रशासनिक क्षमता का भी उदाहरण है. इसके विपरीत नर्मदापुरम में भी इस योजना के अंतर्गत पूरे शहर में ठेकेदार द्वारा सड़कों की खुदाई की गई है और रिनोवेशन के नाम पर उन्हें बेतरकीब तरीके से मात्र सीमेंट की पुताई कर भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है इसके कारण न केवल नागरिकों में आक्रोश है वहीं आगामी बारिश के मौसम में आम नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है यह किसी से छुपा नहीं है प्रशासन का और प्रशासनिक क्षमता का यह हाल है नर्मदा पुरम की नगरपालिका अध्यक्ष और पार्षदों का एक समूह कुछ माह पहले ठेकेदार की इस तानाशाही के विरुद्ध शिकायत करने जिलाधी श से भी मिला था लेकिन उसके बाद भी समस्या के निराकरण की ओर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं देखी गई है. ठेकेदार द्वारा अभी भी सड़कों को ऐसे ही खोदा जा रहा है और पूरे शहर की सड़कों को तहस-नहस किया जा रहा है और रिनोवेशन के नाम पर ठेकेदार द्वारा सिर्फ खाना पूर्ति की जा रही है. भारतीय किसान संघ के नगर संयोजक एडवोकेट पवन कुमार पांडे का कहना है कि ठेकेदार द्वारा उसको उसकी मर्जी से काम कर लेने दीजिए प्रशासन को भी अपनी है हठधर्मी का परिचय देने दीजिए आखरी में मामला हाई कोर्ट में जाना निश्चित है वहां पर ही आम जनता को न्याय मिल सकेगा।

शिवमोहन सिंह प्रधान संपादक पंच सरपंच समाचार भोपाल मध्य प्रदेश